बस यूँ ही – अन्ना आप बहरूपिये हो !
कभी कभी सोचता हूँ कि अब से सौ साल बाद सरकारी दस्तावेजों के …
A small humorous post related to recent developments.
कभी कभी सोचता हूँ कि अब से सौ साल बाद सरकारी दस्तावेजों के …
सन १९६४ की अलसाई सी दोपहर थी जब बिहार के मुख्यमंत्री के. बी. …
शहर के एक मोड़ पर भूखजीवी और बुद्धिजीवी टकरा गए. हाल चाल पूछने …