प्रधानमंत्री श्री मनमोहन सिंह कि ३ जनवरी २०१४ कि प्रेस कोंफ्रेस ने एक नए विवाद को छेड़ दिया, मनमोहन सिंह ने एक पत्रकार के प्रश्न का उत्तर देते हुए कहा कि, “नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनना भारत के लिए विनाशकारी साबित होगा”, इस मौके को भला बीजेपी कैसे हाथ से जाने देती? उसने तुरंत पलटवार किया कि देश के लिए विनाशकारी तो कांग्रेस और मनमोहन सिंह साबित हुए हैं, इन्होने देश को आज सबसे भ्रष्ट देशों कि सूचि में लाकर खड़ा कर दिया है। अन्य छोटे दलों को भी मसला मिल गया और वे भी शुरू हो गए, कुछ ने मनमोहन सिंह का समर्थन किया तो कुछ ने विरोध, लेकिन मनमोहन सिंह के इस बयांन ने एक काम जरुर किया, पुरे देश का ध्यान आप और अरविन्द केजरीवाल से हटाकर मोदी और लोकसभा चुनावों कि तरफ फेर दिया।
कई न्यूज़ चैनलों ने बहस का सिलसिला चालू कर दिया, बड़े बड़े बुद्धिजीवियों को टीवी चैनलों ने आमंत्रित किया और बहस शुरू कर दी, कहने का मतलब ये कि आज के इस दौर में कोई पीछे नहीं रहना चाहता, वैसे भी कयास लगाने में हम माहीर तो हैं ही। मनमोहन सिंह ने ऐसा क्यों कहा ये तो वही जाने, हां लेकिन इस देश में हर नागरिक को अपनी बात कहने का अधिकार है और मनमोहन सिंह ने भी अपने इस अधिकार का प्रयोग किया तो इसमें कोई क्या कर सकता है, वैसे भी अगर हम पिछले कुछ माह पर नज़र डालें तो मोदी जी के भी आरोपों को देख सकते हैं। राजनीती तो चलती ही आरोप प्रत्यारोप से है, और इस बार भी कुछ नया नहीं हुआ है। अब देखना ये है कि भविष्य में मनमोहन सिंह का ये बयान क्या क्या गुल खिलता है।
इस्माईल !!!